Thursday, May 1, 2008

खेल किसी एक व्यक्ति का मोहताज नही होता


करीब आठ महीने पहले जब रूसी अरबपति रोमन अब्रामोविच ने अपने फुटबाल क्लब चेल्सी के मैनेजर जोस मौरिन्हो को बर्खास्त करने का फैसला लिया था तब पूरी दुनिया के फुटबाल प्रेमियों और विशेषज्ञों ने यही अनुमान लगाया था कि इंग्लैंड के इस क्लब के अच्छे दिन गुजर गए. किसी को नए मैनेजर अव्रम ग्रांट पर भरोसा नही था. मौरिन्हो के जाने के बाद जिस तरह चेल्सी के खेल में गिरावट आई उससे इस बात को और भी बल मिला.
इंग्लिश प्रीमियर लीग के इस सत्र में पहले आर्सेनल और बाद में मेनचेस्टर यूनाईटेड ने अपनी पकड़ मजबूत की. लेकिन पिछले कुछ हफ्तों में चेल्सी ने चुपके-चुपके अपनी साख हासिल कर ली. इंग्लिश प्रीमियर लीग में अब सिर्फ़ दो दौड़ के मैच बचे हैं और चेल्सी ने मेनचेस्टर यूनाईटेड के बराबर ८१ अंक हासिल कर लिए हैं. हालांकि गोल औसत पर वह अभी भी मेनचेस्टर यूनाईटेड से पीछे है लेकिन इसके बावजूद उसके पास इस प्रतियोगिता के जीतने के काफ़ी अच्छे अवसर हैं.
खैर इंग्लिश प्रीमियर लीग जीत लेने मात्र से अव्रम ग्रांट कोई तीर नही मार लेंगे क्योंकि मौरिन्हो ने अपने कार्यकाल में इस क्लब को लगातार दो बार यह खिताब जितवाया था वह भी करीब ५० साल का सूखा समाप्त करते हुए. लेकिन अव्रम ग्रांट अपनी टीम को यूएफा चैंपियंस लीग के फाइनल में पंहुचा कर जो कारनामा किया वह मौरिन्हो भी नही कर पाए थे. २१ मई को मास्को में चैंपियंस लीग के फाइनल में चेल्सी का मुकाबला मेनचेस्टर से ही होगा और उसकी पूरी कोशिश होगी कि वह इंग्लिश प्रीमियर लीग के साथ-साथ चैंपियंस लीग भी जीत कर दुनिया को यह बता दे कोई संस्था किसी एक व्यक्ति (मौरिन्हो) कि मोहताज नही होती खास कर खेल में तो बिल्कुल नही.
मेरी ओर से अव्रम ग्रांट और चेल्सी को ढेर बधाईयाँ, हालांकि कि मैं मेनचेस्टर यूनाईटेड का प्रशंसक हूँ और इन्ही लाल दानवों को जीतते हुए देखना चाहता हूँ.

No comments:

ब्लोग्वानी

www.blogvani.com