अगले महीने से आईपीएल शुरू हो रहा है लेकिन मैं यह फैसला नही ले पाया हूँ कि मुझे किस टीम का समर्थन करना है. मैं मूलतः बिहार का रहने वाला हूँ और आईपीएल की कोई भी टीम हमारे प्रदेश से नही है. मेरे पास दिल्ली और कोलकाता की टीमों को अपना समर्थन देने का विकल्प है क्योंकि कोलकाता बिहार के ज्यादा नजदीक है और मैं दिल्ली मी अपनी रोजी रोटी कम रहा हूँ.हालांकि मैं सचिन तेंदुलकर का बहुत बड़ा प्रशंसक हूँ इसलिए मेरा मन कभी कभी मुम्बई की टीम से अपना दिल जोड़ने को करता है लेकिन राज ठाकरे और बाल ठाकरे की बातें याद आते ही मैं अपना मन बदल लेता हूँ.
एक बार किसी साक्षात्कार के सिलसिले में मैं जयपुर भी गया था तो क्या जयपुर की टीम चुन लूँ. नही क्योंकि मुझे वहाँ मनपसंद नौकरी नही दी गई थी. मेरे एक शिक्षक दक्षिण भारत के हैं और वह मेरे बहुत अच्छे मित्र भी हैं इसलिए सोचता हूँ कि बंगलोर या हैदराबादी टीम के लिए नारे लगाऊँगा लेकिन यहाँ भी एक दिक्कत है. अपने उस शिक्षक के साथ मेरे विचार नही मिलते और अक्सर हमलोग वक युद्ध मे शामिल होते हैं इसलिए मैं उन्हें अपने खिलाफ एक मुद्दा नही दे सकता. प्रीति जिंटा मुझे पसंद है लेकिन उनका दौर अब बीत गया है इसलिए मोहाली नही चलेगा और चेन्नई तो हमेशा से हिन्दी के खिलाफ रहा है तो उसका सवाल ही नही उठता है.
अब मैं सोचता हूँ की जब जब भारत को राज्यों और शहरों मे बाटूंगा तो ऐसे छोटे और ओछे वर्गीकरण का दिल करेगा. इसलिए मैंने अभी-अभी फैसला किया है की मैं आईपीएल मे किसी टीम को सुप्पोर्ट नही करूंगा हा किसी की मज्जमत भी नही करूंगा. जब भी टीम इंडिया खेलेगी तो उसे अपना समर्थन दूँगा जो हमेशा से देता आया हूँ.
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